ये कहानी सिखाती है सास बहू के झगड़ो से कैसे पाए समाधान

ये दुनिया बहुत अजीब है ये प्यार लेना तो चाहती है पर बदले में प्यार देना नहीं जानती और फिर जब रिश्तो में खटास पैदा होती है तो शुरू कर देते है एक दूसरे पर आरोप लगाना, ये खटास जब सास बहू के रिश्ते मे हो तो इनके बीच की नोक झोक का रिश्ता बहुत पुराना है. सास बहू जब प्यार से रहे तो किसी माँ बेटी से कम नहीं लेकिन क्या हो जब इनके बीच आपसी तकरार हो तो ध्यान में आता है झगड़े और कलेश. ये झगड़े या तो पति को पत्नी से अलग कर देते है या फिर माँ को अपने बेटे से क्योकि पत्नी को सास पसंद नहीं आती ओर वो उससे अलग होना चाहती है. तो फंसता तो दोनों तरफ से बेचारा पति ही है. सास बहू के झगड़े की कुछ नोक झोक इस कहानी में भी घटित हुईहै लेकिन साथ ही मे इसका एक शानदार हल भी दिया गया है, उम्मीद है की ये कहानी आपको पसंद आयेगी.

सास बहू के किस्से कहानिया

हाल ही में नैना का विवाह हुआ था और उसने अपने पति और ससुराल वालों के साथ एक जॉइंट फैमिली में रहना शुरू कर दिया था। कुछ दिनों के बाद, उसे पता चला कि वह अपनी सास के साथ नहीं रह सकती। नैना की सास रूढ़िवादी थी, जबकि नैना आधुनिक जीवन शैली जीने वाली लड़की थी। जल्द ही उनके बीच झगड़ने होने लगे। कई महीनों के बीत जाने के बाद भी , दोनों में से कोई भी अपना व्यवहार बदल नहीं पाया।

समय के साथ साथ नैना और ज्यादा आक्रामक हो गई और उसे अपनी सास से नफरत होना शुरू हो गया। वह सोचने लगे कि कैसे अपनी सास से छुटकारा पाया जाये । एक बार, हमेशा की तरह, जब उसने अपनी सास से झगड़ा किया और उसके पति ने अपनी मां का साइड लिया. तब नैना गुस्सा हो गई और अपने मायके चली गई । नैना के पिता एक केमिस्ट थे. उसने अपनी पिता को पूरी बात बताई । उसने अपने पिता से कहा कि उसे कुछ जहर दे, ताकि वह अपनी सास के खाने में मिलाकर उससे छुटकारा पा सके , नहीं तो वह अपने पति के घर वापस नहीं जाएगी।

 

नैना के पिता को यह सब जानकार काफी काफी दुःख हुआ और उन्होंने अपनी बेटी से कहा “अगर तुम अपनी सास को जहर देती हो , तो तुम और मैं दोनों जेल जायेंगे । ऐसा करना ठीक नहीं है ” लेकिन, नैना सुनने और समझने की हालत में नहीं थी। आखिरकार, उसके पिता ने कहा, “ठीक है, जैसा तुम चाहती हो वैसा ही होगा , लेकिन मैं तुम्हें जेल में नहीं देखना चाहता, ।” उसके पिता अन्दर से पाउडर लाये और कहा, “हर दिन जब तुम दोपहर का भोजन या रात का भोजन करते हो , तो अपनी सांस के खाने में इसे मिला देना. इससे धीरे धीरे कुछ महीनों में वो मर जायगी और लोग सोचेंगे कि वह प्राकर्तिक रूप से मरी है “।

 

उन्होंने यह भी कहा, “क्योंकि किसी को भी तुम पर शक नहीं होना चाहिए, इसलिए आज से, तुम अपनी सास के साथ नहीं लड़ोगी बल्कि तुम उनकी देखभाल करोगी, भले ही वो कुछ भी कहे . तुम गुस्से से बात नहीं करोगी , और हमेशा शांत रहोगी. “। नैना सहमत हो गई और अपने ससुराल वापस आ गई और अपने पिता की सलाह के अनुसार, उसने अपनी सास के खाने में पाउडर मिक्स करना शुरू कर दिया और बड़े ही प्यार के साथ बात करना शुरू कर दिया

 

समय बीतने के साथ-साथ, नैना की सास का नेचर भी बदलना शुरू हो गया । क्योंकि नैना अब अपनी सास की बहुत देखबाल करने लगी थी , इसलिए उसकी सास भी उसके प्रति विनम्र होने लगी और प्यार से बात करने लगी । पांच महीने बीत गए और नैना खाने में पाउडर मिक्स कर रही थी लेकिन अब घर का वातावरण बदल गया। कोई झगड़े नहीं थे, दोनों एक दूसरे की तारीफ करते । अब ऐसा लगता था मानो दोनों का रिश्ता माँ और बेटी का रिश्ता हो । अब, नैना को चिंता होने लगी की पाउडर की वजह से उसकी सास जल्द ही मर सकती है।

 

वह अपने पिता के घर पर गई और उनसे कहा, “पिताजी! कृपया मुझे उस जहरीले पाउडर के प्रभाव को ठीक करने के लिए इलाज बताये । मैं अपनी सास को खोना नहीं चाहती. वह मेरी माँ की तरह है और मैं उससे अब बहुत प्यार करती हूं “। उसके पिता मुस्कराए और कहा, “कौन सा जहर? मैंने तुम्हे बस एक स्वीटनर दिया था! ”

नैना हैरान थी और उसने अपने पिता से पूछा की उन्होंने ऐसा क्यों किया?? पिता ने कहाँ – बेटा अगर तुम किसी दूसरे इंसान से प्यार चाहते हो तो तुम्हे भी उसे प्यार देना होगा. रिश्ते एक गाडी की तरह होते है और हम उन पर लगे पहियों की तरह. जब तक सभी पहिये ठीक से आगे नहीं बढेंगे तब तक गाडी ठीक से नहीं चल सकती. इसी बात का एहसास दिलाने के लिए मैंने ऐसा किया और तुम्हे अपनी सास के प्रति नम्र रहने को कहाँ. तुम्हारी अच्छाई देखकर उन्होंने ने भी अपने आप को बदला और तुम्हे समझना शरू किया. तुम दोनों ने एक दूसरे के लिए अपने आप को बदला. यही कारण है की तुम अपनी सास के लिए आज मेरे पास भागते हुए आई हो.

नैना अपने पिता की बात समझ चुकी है और आप????

 

moral of the story सास बहू के झगड़ो का समाधान

हर इंसान अपनी परिस्थितियों का शिकार होता है। यह अक्सर कई मतभेदों को जन्म दे सकता है हालांकि, हमें एक-दूसरे को समझने की कोशिश करनी चाहिए और एक-दूसरे के साथ एक स्वस्थ संबंध बनाने के लिए थोड़ा अपने आपको भी बदलना चाहिए। और, जब इस तरह के मतभेद रिश्तो के बीच उठते हैं, तो उनके प्रियजनों का कर्तव्य है कि वे उन्हें शांत रखे और सही रास्ते की ओर मार्गदर्शन करें। ये भी पढ़े पति पत्नी के झगड़ो से निपटने की कहानी

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