दाँतो मे प्लाक टार्टर और दर्द होने का क्या इलाज है tooth plaque tarter pain treatment hindi

How to remove plaque from teeth in hindi

दोस्तो दाँत है तो जहान है. बिना दाँत के स्वास्थ्य के जीवन मे भोजन का आनंद नहीं लिया जा सकता और ना ही अपने शरीर के स्वास्थ्य को अच्छा किया जा सकता है। दाँतो की सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी है क्योकि एक बार जो दाँत गये तो आपको नकली दाँतो से काम चलाना पड़ेगा जैसे की अगर आपके सारे दांत टूट जाये तो आपको डेनचर लगवाना पड़ेगा और यदि कोई एक दो दाँत टूट जाये तो आपको डेंटल ब्रिज और क्राउन से काम चलाना पड़ेगा या तो आप डेंटल इंप्लांट भी करवा सकते है।

खैर, असली दाँत तो असली ही होते है और इनकी उपयोगिता की बराबरी कर पाना हर विकल्प के लिये कठिन है। इसलिये इन्हे खोने से अच्छा है इनकी देखभाल करके इन्हे स्वस्थ रखना। फिर चाहे वो आपके बच्चे हो, परिवार हो या फिर आप खुद, दाँतो की देखभाल करना आपका पहला कर्तव्य होना चाहिये। अक्सर हमारी छोटी सी गलतिया हमारे दाँतो के लिये छोटी नहीं रहती और दाँतो मे प्लाक (plaque), टार्टर (tarter), दाँतो मे सड़न (tooth decay), दाँतो मे दर्द (tooth pain) जैसी समस्या हो सकती है अगर इनका इलाज ना किया जाये तो समस्या बढ़ती जाती है। लेकिन दाँतो को कैसे स्वस्थ रखा जा सकता है ये जानना बहुत जरूरी है तो हम आपके साथ कुछ बहुत जरूरी बातो को शेयर करने जा रहे है, जिससे आप अपने दाँतो को स्वस्थ रख सकते है।

 

दाँतो मे प्लाक ना बनने दे avoid plaque build up in teeth

जो भी भोजन करे देख ले की कोई भोजन का टुकड़ा दाँत मे तो नहीं फंस गया है। जिन भोजन मे शुगर और स्टार्च होता है बैक्टीरिया उन्हे अपना निशाना बनाते है। हमारे मुंह मे लाखो बैक्टीरिया मौजूद होते है और ये बैक्टीरिया दाँतो मे फंसे खाने से प्लाक (plaque) का निर्माण करते है। हमारे खाने के बीस मिनट बाद ही बैक्टीरिया प्लाक बनाना शुरू कर देते है। अगर प्लाक ना हटाया जाये तो आगे चलकर टार्टर (tarter) बन जाता है। प्लाक (plaque) मे बैक्टीरिया एसिड बनाते है और ये एसिड दाँतो की ऊपरी परत एनेमल (enamel) को खराब करना शुरू कर देती है। इससे दाँतो मे सड़न (tooth decay) होना शुरू हो जाता है। आगे चलकर एनेमल इतना खराब होता जाता है की टूटना शुरू कर देता है जिससे दाँतो मे कैविटी हो जाती है।

 

दाँतो मे कैविटी, प्लाक टार्टर होने पर क्या करे remove plaque & tarter from teeth

दाँतो मे कैविटी होने का इलाज ये है की आप किसी डैंटिस्ट के पास जल्दी से जल्दी जाने का प्रयास करे। डैंटिस्ट टुथ फिल्लिंग (tooth filling) करके कैविटी का इलाज करते है। डैंटिस्ट पहले सड़े हुए दाँत को साफ करते है और फिर उसमे फिल्लिंग कर देते है। इससे आपका दाँत आगे ज्यादा प्रभावित होने से बच जाता है अगर टुथ कैविटी का जल्द ही इलाज ना करवाया जाये तो समय के साथ ये और खराब होता जाता है और दाँतो मे लगा कीड़ा यानि की बैक्टीरिया प्रभावित दाँत को आगे और खराब करता जाता है।

दाँतो के एनेमल को प्रभावित करने के बाद ये दाँत की दूसरी परत जिसे डेंटिन (dentin) कहा जाता है को भी खराब कर देता है। ये खराबी आगे और बिगड़ती चली जाती है और टुथ डिके (tooth decay) आपकी दाँतो की नसो और दाँत की हड्डी (tooth bone) तक को प्रभावित कर देता है जिससे दाँत मे सूजन हो जाती है। ऐसी अवस्था मे जब डैंटिस्ट के पास जया जाता है तो डैंटिस्ट रूट कैनल ट्रीटमंट (treatment) करके दाँतो को बचा लेते है और फिर दाँत पर कैप (crown) लगा दी जाती है। ऐसी परीस्थिति मे लंबे समय तक इलाज ना करवाने से दाँत मे पीड़ा बनी रहती है और अंतत: दाँत टूट जाता है।

 

ना जमने दे भोजन दाँतो मे prevent food getting stuck in teeth

दाँतो को प्लाक और टार्टर के कहर से बचाना है तो अपने दाँत मे खाना का कोई टुकड़ा ना फँसने दे। दिन मे दो बार ब्रश (brush ) जरूर करे। ब्रश करने से दाँत मे जमा प्लाक (plaque) हट जाता है। डेंटल फ्लॉस (dental floss) की मदद से दाँतो मे फंसे खाने को निकाल दे। डैंटिस्ट द्वारा रोजाना डेंटल फ्लॉस करने कि सलाह दी जाती है। खाना खाने के बाद अच्छे से कुल्ला (rinse) जरूर कर ले जिससे दाँतो मे फंसा भोजन निकल जाये।

अक्सर हम इन जरूरी बेसिक बातो को भूल जाते है लेकिन इन छोटी छोटी बातो को नजरंदाज करने का भुगतान बड़ा हो सकता है।

 

इन्फेकशन होने का खतरा avoid from infection in teeths

यदि किसी दाँत मे टुथ डेके (दाँतो मे सड़न) या टुथ कैविटी (दाँतो मे छेद) हो गया है तो इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिये क्योकि इससे ना सिर्फ प्रभावित दाँत को खतरा हो सकता है बल्कि इसके पास के दूसरे दाँतो को भी इन्फेकशन फैलने का खतरा हो सकता है जिससे दूसरे दाँतो मे भी ये समस्या हो सकती है।

 

साल मे कम से कम दो बार डेंटिस्ट से जरूर मिल ले consult with dentist

दाँतो का महत्व समझे, डेन्टिस्ट के पास जाकर अपने दाँतो को दिखा लेना चाहिये, अगर आपके दाँत मे कोई समस्या होगी तो समय रहते ही उसका हल निकल जायेगा। अक्सर लोग डेन्टिस्ट के पास तब जाते है जब दाँत की समस्या बढ़ जाती है। यदी पहले ही डेन्टिस्ट के पास जाकर दाँत चेक करा लिये जाये तो दाँतो मे होने वाली समस्या से बचा जा सकता है या दाँत संबंधी किसी समस्या को बड़ने से रोका जा सकता है। यदि आपके दाँत मे कोई प्लाक और टार्टर या दाँतो मे सड़न (tooth decay) हो गयी है तो इसका हल समय रहते ही निकाला जा सकता है।

साल मे दो बार दूसरे शब्दो मे हर 6 महीने मे डेन्टिस्ट के पास जाकर दाँत चेक करा लेने चाहिये।

 

दाँतो मे दर्द होने पर क्या करे teeth pain treatment in home

अगर दाँतो मे दर्द हो रहा है तो एक ग्लास गर्म पानी मे आधा चम्मच नमक ड़ाल कर कुल्ला करने से आराम पहुंचता है। नमक मे एंटि बैक्टीरियल और एंटि इंफलामेटरी गुण मौजूद होते है, जो प्रभावी दांत मे दर्द और सूजन कम करने मे उपयोगी होते है। दाँत दर्द होने पर होम रेमेडी के रूप मे प्रयोग किया जाने वाला यह पहला उपाय है। अगर फिर भी आराम ना पहुंचे तो डेन्टिस्ट को दिखा लेना चाहिये।

 

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