भारत क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवाँ बड़ा देश है और जनसख्या के मामले में दूसरा बड़ा देश. दुनियां में सबसे ज्यादा युवा लोग भारत में ही रहते है. आज हमारे देश का हर तीसरा व्यक्ति युवा है। एक उभरती अर्थव्यवस्था ग्रेजुएट और टेलेंटेड युवा, फिर भी दिन प्रतिदिन बढती बेरोजगारी इस देश के बढते कदमो को रोक रही है. टेलेंटेड युवा, कई सारे शैक्षणिक संस्थान और हर साल दुनिया में सबसे ज्यादा ग्रेजुएट पैदा करने वाला देश फिर भी इतनी बेरोजगारी क्यों? यह सवाल जितना उलझा हुआ है इसका जवाब उतना ही मुश्किल है. वैसे तो बढती बरोजगारी के कई बड़े कारण बताये जाते है जिसमे बढती जनसंख्या भी एक मुख्य कारण है लेकिन इस लेख में हम जिस कारण के बारे में बात करेंगे वह है Career Planning में कमी.
यदि हम बात करे Career की तो अधिकतर युवा यही सोचते है कि एक अच्छी सी जॉब मिल जाए तो वो ही Career है यानी Career को सीधा जॉब से जोड़ देते है जबकि असल में Career एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ हम कुछ नया सीखते है और अपनी जिंदगी में अप्लाई करते है ताकि हम कामियाब और संतुष्ट रह कर जिंदगी जी सके. आसान भाषा में समझे तो Career एक रास्ता है जिस पर हमे पूरी जिंदगी चलना है और Career Planning का मतलब है हमे पहले से पता हो कि कहा रुकना है, कहा मुड़ना है ताकि हम अपने रस्ते से भटक न जाए. तो आइये दोस्तों आज हम बात करते है Career Planning से जुड़े कई अहम पहलुओं की .
भारत में Career Planning की वर्तमान स्थिति
Career Planning पर हमारी पूरी जिंदगी का रास्ता निर्भर होता है और भारत में इसी को नज़रअंदाज़ किया जाता है. आज भी यदि 11वी में पढ़ रहे स्टूडेंट से पूछा जाए की उसने ये सब्जेक्ट क्यों लिया तो अधिकतर का जवाब होता है माता पिता ने कहा इसलिए या फिर दोस्त ने लिया इसलिए यह सब्जेक्ट लिया. ऐसे बहुत कम स्टूडेंट्स होते है जो कहते है कि मेरे चुने हुए सब्जेक्ट में मेरा इंटरेस्ट है या फिर मेरे चुने हुए सब्जेक्ट के ये सब खूबी है. आज माता-पिता अपने बच्चो का करियर प्लान करने के लिए यह देखते है कि पडोसी के बेटे के कितने नंबर आये, फलाने का लड़का क्या कर रहा है या फिर चाचा जी कैसे पैसे कमा रहे है लेकिन उनके बेटे का इंटरेस्ट किस चीज़ में है यह जानने की कोशिश नही करते साथ ही यह भी जानने की कोशिश नही करते की, उसकी क्या एबिलिटी है और यही कारण है कि हमारे पास क्वालिफाइड लोग तो है लेकिन उनके पास काम करने का स्किल या गुण नही है
Career planning की जरूरत
कितना भी मुश्किल रास्ता क्यों ना हो लेकिन हमे पता चल जाए कि उन मुश्किलों से कैसे निपटना है तो वह रास्ता आसानी से तय किया जा सकता है. इस प्रकार सही समय पर करियर प्लानिंग कर ली जाए तो पहले से पता चल जाता है की, किस वक्त पर क्या करना है और कहा जाना है. Career Planning करने के लिए सबसे पहले बच्चे का इंटरेस्ट और एबिलिटी जान लेनी चाहिए और साथ ही यह पता कर लेना चाहिए कि उसे किस प्रकार के माहौल में काम करना अच्छा लगता है.
यदि स्कूल में पढाई के साथ साथ इस पर भी ध्यान दिया जाए तो कमियाबी की सम्भावनाये बढ़ जाती है. इस तरह बच्चे अपनी पढाई को अपनी जिंदगी से कनेक्ट कर पाते है
एक देश की प्रगति के लिए उस देश के युवाओ का सही रास्ते पर आगे बढ़ना बहुत जरूरी है और यह सब Career Planning से संभव हो सकता है.
अब सवाल उठता है की Career का सही चुनाव कैसे किया जाये. इसके लिए आप यह लेख पढ़ सकते है
जानिए कैसे करें करियर का सही चुनाव
दोस्तों उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा. अगर आप भी इस टॉपिक पर अपने विचार, सुझाव या सवाल देना चाहते है तो कृपया कमेंट्स के माध्यम से अपनी बात रखे और साथ ही हमारे आने वाले सभी आर्टिकल्स को सीधे अपने मेल में पाने के लिए हमें फ्री सब्सक्राइब जरुर करें.
लेखक के बारे में
SHUBHAM KUMAR PRAJAPATI
Graduated and post-graduated in Applied Psychology from University of Delhi, trained at National Institute for the Mentally Handicapped and currently working as Career Education Officer at Careerlinked Education Council, Delhi.
यह भी जाने
जानिए कैसे करे करियर का सही चुनाव Career Selection
पत्रकारिता में करियर कैसे बनाये-career in journalism
जानिए क्या है मनोविज्ञान में करियर की संभावनाए
कैसे बने रेडियो जॉकी – career in radio
जानिए रिज्यूमे बनाने से पहले किन बातो का रखे ध्यान resume in hindi