इस बार फिर आमिर खान एक नए सन्देश के साथ अपनी फिल्म को लोगो के सामने ला रहे है और उनकी आने वाली फिल्म दंगल काफी चर्चा में है. आज हम आपको बताएंगे कि Dangal (दंगल) फ़िल्म किस व्यक्ति की कहानी है। और क्या है इस कहानी में खास…
Dangal (दंगल) की कहानी है हरियाणा के बिलाली गाँव में रहने वाले महावीर सिंह फोगट की जो अपने टाइम में दिल्ली के चंगीराम अखाड़े के बहुत बड़े पहलवान थे. ये थी उनकी बीती हुई बात लेकिन अब जो उन्होंने कर दिखाया था वो शायद हर किसी के बस की बात नही थी.
इस फिल्म में आप देखेंगे की कैसे कठिन संघर्षों के बावजूद महावीर सिंह फौगाट अपनी दोनों बेटियों को पहलवानी में प्रशिक्षित करते हैं
महावीर सिंह फोगाट एक राष्ट्रीय स्तर के कुश्ती कोच है जो हरियाणा में कुश्ती सिखाते है यही नही उन्होंने अपनी बेटियों को भी कुश्ती करना सिखाया जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला कुश्ती में भारत को 2 गोल्ड मैडल और कई अन्य मैडल जितवाये। इनकी बेटिया गीता और बबिता दोनों ने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में मैडल जितवाये और गीता फोगाट ने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का पहला गोल्ड मैडल जीता और यही नही गीता फोगाट महिला कुश्ती के लिए ओलंपिक में भी खेलने गई। गीता पहली ऐसी महिला रेसलर है जो भारत की तरफ से ओलंपिक में खेलने गई। वही दूसरी तरफ बबिता ने 2010 में सिल्वर और 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मैडल जीता। इसके अलावा बबिता ने 2012 में भी कई मैडल जीते। जीत का श्रय दोनों बहनें अपने पिता महावीर सिंह को देती है. कहा जाता है कि 1980 में जब महावीर सिंह दंगल में उतरते थे तो जीत कर ही वापिस आते थे। और उन्हें Dangal (दंगल) का राजा भी कहा जाता था।
महावीर की चार बेटिया है और चारो आज प्रॉफेशनल रेसलर है और साथ ही उनके भाई की बेटिया भी गीता और बबिता के नक़्शे कदम पर चल रही है और भारत का नाम रोशन कर रही है . कहा ये भी जाता है कि अपनी बेटियों को रेसलर बनाने के लिए महावीर सिंह ने कर्ज भी लिया था .जहा एक तरफ कहा जाता है कि हरियाणा में बेटियों पर ज्यादा ध्यान नही दिया जाता। वही दूसरी तरफ हरियाणा में ही महावीर सिंह जैसे लोग भी है जो अपनी बेटियों को इस काबिल बनाते है कि वो अपने साथ साथ देश का नाम भी रोशन कर सके। ये कहानी पढ़ने में जितनी आसान लग रही है शायद उतनी है नही हरियाणा में जहाँ लोग अपनी लड़कियों को बाहर भी नही निकलने देते ऐसे में महावीर सिंह ने अपनी लड़कियों को रेसलर बनाया और लड़कों के साथ भी लड़ना सिखाया.
ये कहानी हमे ऐसी शिक्षा देती है कि इंसान अगर ठान ले तो जाति, समाज, लिंग भेद सब पीछे छोड़ कर आगे बढ़ जाता है. साथ ही Dangal (दंगल) माँ बाप और उनकी बेटियों के लिए एक प्रेरणा देने का काम करती है.
अब देखना ये है कि आमिर खान इस रियल लाइफ स्टोरी को बड़े पर्दे पर कैसे दिखाते है और हमे महावीर सिंह फोगाट और उनकी बेटियों की संघर्ष भरी जिंदगी से और क्या क्या सिखने को मिलता है।
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