जैसे महिलाओ के बिना संसार नही चल सकता उसी तरह बिना महिलाओ के कामयाब भी नही हुआ जा सकता. इस बात का इतिहास गवाह रहा है कि हर आदमी की सफलता में पीछे किसी न किसी औरत का हाथ जरुर होता है फिर वह चाहे माँ के रूप में हो, पत्नी के रूप में या और किसी अन्य रूप में, लेकिन क्या हो जब वो कामयाबी खुद एक औरत की हो यानि वो किसी के पीछे रह कर नही बल्कि खुद आगे बढ़ कर कामयाब बने. और लोगो या आने वाली नयी पीढ़ी के लिए एक मिसाल बने. ऐसी ही एक कामयाब महिला की कहानी हम आपसे शेयर करने जा रहे है जिन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है. हम बात कर रहे है नीतू सिंह/ Neetu Singh की जो KD campus Pvt. Ltd. की फाउंडर और डायरेक्टर है.
KD campus कोचिंग सेंटर्स है जो सरकारी नौकरी जैसे SSC, SSC JE, CLAT, Bank PO/Clerk, IBPS की इच्छा रखने वाले छात्रो को कोचिंग देता है. नीतू सिंह पेशे से एक शिक्षक है और इन्होने दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत में डिग्री भी हासिल की है और अब अपने कड़े संघर्ष के साथ एक कामयाब बिज़नस वुमन बन गई है. नीतू सिंह/ Neetu Singh ने अपनी जिंदगी में कई उतार चढाव देखे, यहाँ तक की एक बार अपने पुरे बने बनाये बिज़नस पैरामाउंट को छोड़ कर फिर से एक नया बिज़नस खड़ा करना पड़ा.
Success story of Neetu Singh in hindi
नीतू सिंह की 6 बहने और 1 भाई है. वह अपने भाई बहनों में सबसे छोटी है. जब वह 3 साल की थी तो उनके पिता कृष्ण देव चल बसे. लेकिन माँ ने हमेशा उनका साथ दिया और उनकी पढाई जारी रखी. Neetu Singh ने दसवीं तक की पढाई गिरिडीह, झारखण्ड से की और फिर बारहवीं की पढाई उन्होंने वाराणसी से पूरी की और फिर वो लौट कर गिरिडीह आई और अपनी ग्रेजुएशन पूरी की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत की पढाई की और साथ साथ वह बच्चो को ट्यूशन पढ़ाने लगी. और उसके साथ साथ वह कोर्ट में प्रैक्टिस भी कर रही थी. उन्होंने गिरिडीह में अपनी बहन के साथ मिल कर पैरामाउंट कोचिंग भी शुरू किया था
सन 2003 में अपनी वकालत पूरी करने और दो साल की कोर्ट में प्रैक्टिस के बाद नीतू सिंह ने 2005 में पैरामाउंट कोचिंग क्लासेज की शुरुवात की. इसी बीच वह दिल्ली में घूम घूम कर होम ट्यूशन भी देती रही. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआत में 2-4 छात्र ही आते थे और कोचिंग का किराया निकलना भी मुश्किल होता था. साथ ही कोचिंग के सारे काम वह अकेले ही करती थी. उनकी मेहनत से धीरे-धीरे पैरामाउंट बढ़ता गया और वो कामयाब होती रही. एक इंटरव्यू में जब उनकी सफलता का राज पूछा गया तो उन्होंने कहा की वह छात्रो को इतना पढ़ाती थी कि छात्रों को उन्हें दी हुई फीस कम लगने लगे.
फिर एक दौर ऐसा भी आया जब उनकी अपने पार्टनर के साथ अनबन हो गई. दरअसल ये पार्टनर उनके पति ही थे और उस अनबन के चलते पैरामाउंट उनके हाथ से निकल गया और अब वह वहीँ खड़ी थी जहाँ से उन्होंने शुरुआत की थी लेकिन नीतू सिंह ने हार नही मानी और फिर से एक नए कोचिंग सेंटर की शुरुआत करने का फैसला लिया.
इस बार Neetu Singh में एक नया जोश था जो पिछले अनुभवों से आया था और फिर उन्होंने 2015 में KD campus Pvt. Ltd. की नीव रखी. आज उनकी 5 बहने और बड़े भाई KD campus के लिए ही काम कर रहे है. उनका कहना है की वह अपने पिता कृष्ण देव (KD) के लिए काम कर रहे है. साथ ही आज KD campus Pvt. Ltd. के कोचिंग के अलावा उनके 10 दुसरे बिज़नस भी है जो दिल्ली तक ही सीमित नही है बल्कि पुरे हिंदुस्तान में इसकी शाखाये फैली है. आज नीतू सिंह को छात्र आईरन लेडी के नाम से जानते है. नीतू सिंह के नाम से छात्रो के एक जोश पैदा हो जाता है.
एक करोडो की कंपनी को खड़ा करना और फिर उसे दुसरो के हाथ में जाते देखना और फिर से एक दूसरी करोडो की कंपनी बनाना नीतू सिंह के लिए आसान नही रहा होगा. इसके साथ ही उन्होंने छात्रो के दिलो को भी जीता और उन्हें भी अपनी मंजिल तक पहुचने में सहायता की इसलिए हिंदुस्तान में किसी भी competitive exams की तैयारी करने वाला छात्र उनके नाम और काम से प्रभावित है.
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