योगा से करे कमर दर्द का ईलाज Yoga for back pain in hindi

आजकल टेक्नोलॉजी का जमाना है और इस ज़माने में हर चोथा इंसान किसी न किसी दर्द से पीड़ित है चाहे वह जोड़ो का दर्द हो या back pain  यानि कमर दर्द. आधुनिक जीवनशेली ने इंसान की जिन्दगी को पहले से कई गुना ज्यादा आसान कर दिया है. जहाँ पहले कई कामो को करने के लिए हमें भागादोडी करनी पड़ती थी आज वह काम बैठे बैठे किया जा सकता है. लेकिन इस आसान जिन्दगी ने हमारे शरीर को बिमारियों का घर बना दिया है जिसकी प्रमुख वजह है शारीरिक काम और एक्सरसाइज में कमी. आज ज्यादातर इंसान चाहे वह युवा हो या बुजुर्ग जिस दर्द से सबसे ज्यादा परेशान है वह है back pain (कमर दर्द) . वैसे तो बाज़ार में हर दर्द की कई दवाइयां है लेकिन इन सबसे दर्द को सिर्फ कुछ समय के लिए ही दूर किया जा सकता है. आज हम इस आर्टिकल में आपको कुछ योगासन बताएँगे जिसकी मदद से कमर दर्द को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है.

 

Yoga for back pain  – कमर दर्द के लिए योगासन

 

  • मकरासन – Makarasana

इस आसन को पेट के बल सीधा लेटकर किया जाता है.  पेट के बल सीधा लेटकर दोनों कोहोनियों (Elbow) की मदद लेते हुए हथेलियों को ठोड़ी के निचे लगाइए. छाती को ऊपर उठाइए.  उसके बाद सांस अन्दर खीचते हुए अपने पैरो को एक एक करके मोड़िये और बाद में दोनों पैरो को एक साथ मोड़ना चाहिए. सांस बाहर निकलते हुए पैरो को सीधा कीजिये. ऐसा लगभग 20 – 25 बार करे.

 

मकरासन के फायदे – benifits of Makarasana

मकरासन सर्वाइकल (cervical), स्लिपडिस्क (cervical), सांस संबंधी बिमारियों, back pain (कमर दर्द) और घुटनों के दर्द (Knee Pain) के लिए फायदेमंद है.

 

  • मर्कटासन – markatasana

 

इस आसन को कमर दर्द के लिए उतम माना जाता है. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाइये. दोनों हाथो को कंधो की सीदाई में फैलाये और अपनी हथेलियाँ खुली रखे. दोनों पैरो को घुटने से मोड़ ले. अब दाहिने (right) ओर पैरो को मोड लीजिये और बाएं (left) तरफ गर्दन को मोडे. 5 – 6 सेकंड्स तक करने की कोशिश करे.  इसी तरह बाएं (left) तरफ पैरो को मोड़कर गर्दन दाहिनी ओर रखे.

 

मर्कटासन के फायदे – benifits of markatasana

 

यह आसन जोड़ो के दर्द के लिए लाभदायक माना जाता है. साथ ही सर्वाइकल, back pain (कमर दर्द) और स्लिपडिस्क के लिए भी ये उपयोगी है. मर्कटासन पेट दर्द, गैस और कब्ज को भी दूर करता है.

 

  • भुजंगासन – Bhujangaasan

भुजंगासन  करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाइये और पैरो को एकदम सीधा कर ले . हाथ की हथेलियों को छाती की दोनों और जमीन पर रख ले. लम्बी गहरी सांस अन्दर भरे. धीरे धीरे अपने सिर और छाती (नाभि तक) को ऊपर उठाइए और ऊपर देखिये. थोड़ी देर इस स्थिति में रुकने के बाद वापस नार्मल हो जाये. इस आसन को आप 8 -10 बार कर सकते है.

 

भुजंगासन  के फायदे – benifits of Bhujangaasan

 

भुजंगासन  भी स्लिप डिस्क और कमर दर्द के लिए लाभदायक है. साथ ही ये आसन गला संबंधित समस्याओ, स्त्री रोग, अस्थमा, थाइरोइड, ह्र्दय, तनाव, भूख और पाचन के लिए फायदेमंद है.

 

इसके आलावा हलासन, अर्ध-मत्स्येन्द्रासन, अर्ध-पवनमुक्तासन और शवासन भी कमर दर्द के लिए लाभदायक माने जाते है. आप इन सभी आसनों को करने की विधि youtube पर देख सकते है जिसकी मदद से आप आसानी से इन सभी आसनों कर सकते है .

 

NOTE – कोई भी आसन जोर जबरदस्ती से न करे. और न ही किसी आसन को तेजी से करे. अपने अपने काबिलियत और क्षमता के हिसाब से ही किसी आसन को करे. अगर आपको कोई बीमारी है या कोई अन्य समस्या है तो किसी भी आसन को करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह ले.

 

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