किसी भी सरकार या देश को चलाने के लिए Budget एक अहम् भूमिका निभाता है. बजट से मतलब है पूरे साल में होने वाली आमदनी और खर्च का लेखा जोखा यानि आय व्यय का अनुमानित विवरण. संविधान के मुताबिक केंद्र सरकार अपने कार्यकाल में हर वर्ष अपने Budget का लेखा-जोखा संसद में पेश करती है जहां सरकार एक तरफ अपना पूरे साल का राजस्व बताती है तो वही दूसरी तरफ पूरे साल में खर्च का ब्यौरा देती है. जिसे आम या पूर्ण बजट कहा जाता है.
लेकिन क्या आप जानते है ये अंतरिम बजट क्या है और ये कब लाया जाता है ?
क्या है अंतरिम बजट – Interim Budget in hindi
How does the interim budget differ from a regular budget
संवैधानिक परम्परा के अनुसार जिस साल देश में चुनाव होने होते है उस साल केंद्र सरकार पूरे साल का नही बल्कि कुछ महीनो के लिए बजट संसद में पेश करती है। यह कुछ इस तरह से होता है कि आने वाले चुनाव में अगर सरकार बदल जाती है तो वह बाकि बचे हुए साल के लिए अलग बजट लेकर आती है।
चूंकि बजट अगले वित्तीय वर्ष के लिए प्रमुख वित्तीय आवंटन का प्रस्ताव रखता है और चूंकि चुनाव से कुछ महीने पहले अनिश्चितता होती है कि कौन इसे लागू करने के लिए सत्ता में आएगा , इसलिए अंतरिम बजट में कुछ विशिष्ट विशेषताएं होती हैं जो इसे ‘सामान्य बजट’ से अलग करती हैं।
अंतरिम बजट करों और व्यय में किसी भी बड़े बदलाव का प्रस्ताव नहीं रखता है। इसमे बड़े खर्चों से संबंधित कोई बड़ी नई योजना नहीं होती है, और कर दरों में कोई बड़ा बदलाव प्रस्तावित नहीं होता है। अंतरिम बजट यह सुनिश्चित करना है कि यदि चुनाव के बाद सत्ता में परिवर्तन होता है, तो नई सरकार को उनकी प्राथमिकताओं के अनुसार गठित बजट के साथ चलने के आवश्यकता नही है। यह सरकार की नीतियों में निरंतरता भी सुनिश्चित करता है।
पहली बार कब आया अंतरिम बजट?
संविधान में कही भी अंतरिम बजट शब्द नही लिखा गया. आजाद भारत का पहला Budget 26 नवम्बर 1947 को पेश किया गया जिसे तत्काल वित्तमंत्री आर. के. शनमुखम ने पेश किया. यह कोई आम बजट नही था। इस बजट में न कोई नए नियम थे न ही कोई नए टेक्स. इस बजट में बस देश की आर्थिक नीतियों और अर्थव्यवस्था की समीक्षा थी. उसके बाद साल 1948-1949 में आम बजट के आने में 95 दिन बचे थे। इसके बाद देश का दूसरा बजट पेश किया गया। यह बजट पूरे साल के लिए न हो कर कुछ दिनों के लिए था इसलिये इस बजट को अंतरिम बजट कहा गया और यह अंतरिम नाम प्रचलित हो गया.
क्या है मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट 2019 में खास – Highlights of budget 2019 in hindi
* 5 लाख तक कोई इनकम टेक्स नही
3 से 5 लाख रूपये सालाना कमाने वालो के चेहरे पर थोड़ी मुस्कान जरुर आ जाएगी जब उन्हें पता चलेगा की अब उन्हें अपनी इनकम पर कोई टेक्स नही देना होगा. इस साल के अंतरिम बजट के मुताबिक 5 लाख रूपये सालाना कमाने वालो को कोई टेक्स नही देना होगा. है. हालाकि टेक्स स्लैब वही है जो चले आ रहे है. 6.5 लाख रुपये तक की सकल आय वाले व्यक्तियों को provident funds में निवेश करने पर किसी भी कर का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी।
* किसानो को मिलेंगे हर साल 6 हजार रुपयें
इस अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लॉन्च की जिसके तहत जिन किसानो के पास 2 हेक्टेयर खेती की जमीन है उन्हें हर साल 6 हजार रूपये दिए जाएँगे. यह 6 हजार तीन किस्तों में दिए जाएँगे जिसकी पहली क़िस्त 31 मार्च तक खाते में आ जाएगी. सरकार का कहना है कि इससे देश के 12 करोड़ किसानो को फायदा होगा. साथ ही आपदा प्रभावित किसानो को ब्याज की दरो में 2% की छुट दी गई है.
इसके अलावा पशुपालन और मत्स्य पालन करने वाले किसानों के लिए 2% ब्याज राजकीय सहायता की घोषणा की गई है।
* मजदूरो को मिलेगी पेंशन.
इस अंतरिम बजट में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की घोषणा भी की गई जिसके तहत असंगठित क्षेत्रो में काम करने वाले मजदूरो को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 3 हजार रुपयें पेंशन दी जाएँगी. हालाकि इसमें सरकार 100 रूपये प्रतिमाह उन मजूदरो से लेगी और अपने पास से भी उतना ही योगदान करेगी. सरकार का मानना है कि अगले 5 साल में 10 करोड़ लोग इसका फायदा उठा पाएंगे.
* गायों के लिए राष्ट्रीय आयोग की घोषणा
सरकार ने इस साल के अंतरिम बजट में राष्ट्रीय गोकुल आयोग के लिए 750 करोड़ रुपयें दिए और साथ ही राष्ट्रीय कामधेनु आयोग का गठन करने को कहा. यह आयोग गायों की उन्नति और उनके विकास पर काम करेगा और साथ ही उनसे सम्बंधित कानूनों पर भी नज़र रखेगा.
* 7% बढ़ा रक्षा बजट
इस साल के अंतरिम बजट में डिफेंस budget 3 लाख करोड़ से ज्यादा हो गया है यह बजट पिछले साल से 7% बढाया गया है पिछले साल के आम बजट में डिफेन्स बजट 2,98,418 करोड़ रुपयें था और इस साल यह बजट 3,18,931 हो गया. वित्तमंत्री ने अपने भाषण में यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो यह और भी बढाया जा सकता है.
* न कोई नयी ट्रेन, न किराय में छेड़-छाड़.
इस अंतरिम बजट में रेल बजट का हिस्सा 64 हजार 587 करोड़ रहा. हालाकि किराये में किसी तरह की बढ़ोतरी नही की गई और न ही वित्तमंत्री ने अपने भाषण में कोई नयी ट्रेन चलाने की बात कही. हालाकि उन्होंने वाई-फाई सेवा, नए पुल और दूसरी उपलब्धियों का अपने भाषण में जिक्र किया.
* मुद्रा योजना
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने मुद्रा योजना के तहत 7.23 लाख करोड़ रुपये के 15.56 लाख ऋणों को मंजूरी देने की घोषणा की। गोयल ने बताया कि 70 प्रतिशत से अधिक लाभार्थी महिलाएं थीं।
* प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
वित्त मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक 8 करोड़ से अधिक मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए जाने हैं। वर्तमान में, सरकार लगभग 6 करोड़ कनेक्शन प्रदान कर रही है। अगले साल सभी 8 करोड़ दिए जाएंगे।
* योजनाओं के लिए आवंटन
* प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को budget में 15,500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए , जबकि 2018-19 में यह रकम 15,500 करोड़ रुपये थी।
* बजट के मुताबिक मार्च, 2019 तक सभी घरों को बिजली कनेक्शन प्रदान किया जाएगा। वित्त मंत्री के मुताबिक अब तक 143 करोड़ एलईडी बल्ब एक मिशन मोड में प्रदान किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप गरीब और मध्यम वर्ग के लिए 50,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
तो दोस्तो यह है इस साल के budget की कुछ मोटी मोटी highlights जो 2019 मे सरकार की नीतियो का हिस्सा रहेगी। उम्मीद करते है यह आर्टिक्ल आपको पसंद आएगा। अगर आपके कोई सवाल या सुझाव है तो कृपया कमेंट के माध्यम से अपनी बात रखे और हमारे आने वाले सभी आर्टिक्ल को सीधे अपने मेल मे पाने के लिए हमे फ्री subscribe जरूर करें।
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