छोटी-छोटी बाते है जो निराश इंसान को हौसला दे सकती है

 

कल्पना कीजिये की LIFT नहीं है और आपको आठवी मंजिल पर जाना है. सीढ़िया है पर पैरो मे तकलीफ है। ऑफिस के लिये देर हो रही है पर कोई साधन नहीं है। अचानक कोई पीछे से आकर कहता है फिक्र क्यो करते हो चलो मै लेकर चलता हू। कैसा लगेगा, आज के तनाव (stress) भरे वातावरण मे हर व्यक्ति निराश (sad) है। कई ऐसे लोग है जो किसी ना किसी कारण से परेशान है, उदास है, अकेले है, वह किसी ना किसी समाधान की तलाश मे है, चाहे वह आपके माता-पिता हो या आपके मित्र. ऐसे माहौल मे आप उनकी मदद कैसे कर सकते है.  हमारी ऐसी ही कई छोटी-छोटी बाते है जो निराश या मुसीबत से घिरे व्यक्ति को हौसला दे सकती है, आइये जाने:

1 तुम अकेले नहीं हो ……. निराशा और तनाव मे घिरे व्यक्ति हमेशा अपने आपको अकेला महसूस करता है. उसे लगता है की वह किसी अंधेरी जगह मे अकेले ही रास्ता तय कर रहा है. मनोविज्ञानिकों के अनुसार परिवार या दोस्तो के लिये उस व्यक्ति को यह एहेसास दिलाना जरूरी है की वह इस समस्या को वह अकेले नहीं झेल रहा. सभी लोग उसके उसके साथ है। इससे व्यक्ति मे हिम्मत आती है और उसे लगता है की वो जल्दी वापसी करेगा.

 

2 THREE MAGIC WORDS – मै हू ना ये तीन शब्द जादू  का काम करते है । मनोविज्ञानिकों के अनुसार किसी उदास(sad) या मुसीबत मे फसे व्यक्ति के लिये थोड़ा सा भी प्रयास करना उसे हिमत देता है. किसी के लिये बस या टैक्सी का प्रबंध कर देना, किसी को लिफ्ट दे देना, उनके लिये अपने किसी जानकार व्यक्ति से बात करना, उनके साथ डॉक्टर के पास जाना, उनके साथ समये बिताना, उनकी बाते सुनना आदि कई ऐसी छोटी बाते है जो दुसरो के लिये आपके सोचे हुए से कई अधिक महेत्व रखती है.

3 तुम्हारी कोई गलती नहीं है ऐसा कई बार होता है जब स्थितिया नियंत्रण से बाहर होती हे। आप किसी लंबी बीमारी या फिर मानसिक रोग से गुजर रहे ह. इसमे आपका कोई दोष नहीं है। यह बात रोगी को समझाना बहुत जरुरी होता है। ऐसा नहीं करने से उसकी समस्याए ओर बढ़ जाती है। इसी तरह ज़िंदगी मे भी अनेकों समस्याए हे जिनका दोषी व्यक्ति खुद को मानता हे। ऐसे कठिन पलो मे आपका उन्हे यह एहेसास दिलाना जरुरी हे की इसमे आपकी कोई गलती नहीं हे। यह उनमे खुशी ओर जोश का संचार करता है.

 

4 क्या आपको मदद चाहिए मै आपके लिये क्या कर सकता हू ऐसा पूछना दूसरे व्यक्ति की मदद करने का ही एक तरीका हे। परेशान(sad) व्यक्ति के साथ TIME SPEND करना, उनका हाल पूछना, उनके साथ हसी-मज़ाक करना, उनकी पसन्द की चीजे करना, नीराशा मे घिरे व्यक्ति जीवन मे संतुलन बनाने के लिए प्रेरित करता हे.

 

5 आप क्या सोच रहे हो Experts के अनुसार किसी मुसीबत या लंबी बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को उसकी सोच के साथ अकेले छोड़ देना उनकी मुश्किलों को बढ़ावा देने जेसा है। निराश व्यक्ति यदि खुद को कोस रहा हे, तो आप उसे कहे की ऐसे समय मे ये विचार आते हे। स्थिति इतनी बुरी नहीं हे कुछ बुरा नहीं होगा.

                            

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2 Comments

  1. anurag bani 17/12/2017
  2. anurag bani 17/12/2017

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