आज हर तरफ NEW YEAR का जश्न चल रहा है। लोग कुछ समय के लिए अपनी दुख तकलीफ़ों को भूल कर एक दूसरे को wish करने मे लगे है। बेशक formality के तोर पर लेकिन facebook और whats app से एक दूसरे को कई तरह की wishes की जा रही है जैसे happy new year 2019, आप जो पाना चाहते है वो आपको इस साल मिले, यह साल आप के लिए खुशिया लाये जैसे messages हम सभी लोग एक दूसरे को forward करने मे लगे है। लोगो मे उम्मीद है की यह साल उनके लिया कुछ खास लेकर आएगा लेकिन यह सब सिर्फ 1-2 दिन की बाते है। कल फिर से वही पुराना daily schedule। सिर्फ कलेंडर मे 2018 से 2019 का change आएगा लेकिन हम मे से ज़्यादातर लोगो का वही पुराना रोना धोना, पिछली गलतियों पर पछताना, सुस्त ज़िंदगी जीना, दूसरों पर गलतिया थोपना या उनसे जलना, अपने आपको या फिर दूसरों को कोसना लगा रहेगा।
फिर से वही लगता है कि जिंदगी थम सी गई है। अब ज़िंदगी में कुछ ठीक नहीं हो पाएगा लेकिन, जब तक हम अपनी सोच और ज़िंदगी जीने का तरीका नहीं बदलेंगे तो कैलेण्डर बदलने से कोई फायदा नहीं।
ज़िंदगी में बड़े बदलाव के लिए हमें बड़े काम करने की जरूरत नहीं है। बड़े बदलाव हमेशा छोटे-छोटे कदमों से ही आते हैं। ऐसे में हम और आप अपनी जिंदगी में छोटी-छोटी बातो को ध्यान में रखकर उसे पूरी तरह से change कर सकते हैं।
तो क्या कर ऐसा जो 2019 बदल दे आपकी किस्मत
जो नहीं पाया उसपर रोने की बजाए , जो है उसे गले लगाएं
हम सभी के अपने अपने सपने होते है। उन सपनों की एक अलग ही दुनिया होती है। । हमारी ज़िंदगी उन ही सपनों के आस पास घूमती है। हम उन सपनों की तस्वीर से अपनी सारी खुशियों और इच्छा पूर्ति की उम्मीद लगा लेते हैं। लेकिन जब असली ज़िंदगी की तस्वीर इससे अलग होती है तो हमारा मन टूट सा जाता है और कुछ और करने का पूरी तरह मन नहीं करता। हम positivity खो देते है और tension से घिर जाते है। इस situation से बचने के लिए हम लोगो को आज में ही जीना सीखना चाहिए। अगर हम अपने present के साथ सच्चे रहें, तो हमारा future अपने आप ही सुधर जाएगा। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है की हम अपनी ज़िंदगी के लिए targets या goals सेट न करे। सपनों और लक्ष्यो मे काफी अंतर होता है। सपने हमे अपनी बनाई हुई उस दुनिया की तरफ ले जाते है जहा हम सिर्फ सोच कर वो सब पाना चाहते है जो हमे अच्छा लगता है जबकि लक्ष्य हममे वास्तविकता की और धकेलते है जहा हम अच्छे से सोच समझकर कुछ करना या पाना चाहते है। इसलिए जो नहीं हो पाया उसे भूल जाएं, और जो है उसे गले लगाएं और हमेशा संतुष्ट रहे।
मौजूदा स्थिति(situation) से निकलना
अक्सर हम जिन चीजो को बदल नहीं सकते, उन्ही चीजो पर सबसे ज्यादा रोते धोते है। जैसे की कई लोग अपने आपको बदसूरत या फिर मंदबुद्धि समझते है और हमेशा अपना दूसरों से comparison करते है।इसी के चलते हम उन चीजों को लेकर भी रोते रहते हैं जिन्हें हम बदल नहीं सकते । जबकि हर इंसान अपने आप मे unique है। कामिया सभी मे होती है। उन पर रोने धोने की बजाए हमे सुधार करना चाहिए।
चुनौतियों और रुकावटों से पार पाना
किसी भी काम के दोरान रुकावटे आना आम बात है लेकिन हम मे से ज़्यादातर लोग रुकावटों से घबराते हैं। रुकावटों के सामने घुटने टेक देते है और काम को पूरा किए बिना ही छोड़ देते है। अगर आप कोई भी काम करेंगे , तो बाधाएं और चुनौतियाँ तो जरूर आएंगी । बस हमे इन असफलताओ और चुनौतियों से हार मानने की बजाए उनका सही तरह से सामना करना चाहिए और अपनी मंजिल की और आगे बढ़ते रहना चाहिए।
अपने छुपे हुए talent को ना पहचान पाना
हर इंसान के अंदर किबिलियत यानि talent छुपा होता है । लेकिन अक्सर सही माहोल न मिलने की वजह से वो हमारे भीतर ही दब जाता है। हमारे आस-पास ऐसे कई लोग होते हैं, जिन्हें यह बरदाश्त ही नहीं होता कि कोई दूसरा इंसान उनसे आगे निकल जाये,या famous हो जाये. वे चाहते हैं कि वह हमेशा दूसरे लोग इसी तरह दुखी, पिछड़े, दबे हुए और गरीब रहे. इसलिए वे जान-बुझ कर दूसरों को हतोत्साहित यानि demotivate करते है और उन पर हंसते हैं. इस वजह से कई लोगो का self confidence घटता रहता है और उन्हे लगता है की वो कुछ बड़ा नहीं कर सकते. हमारे अन्दर कई talent छुपे होते हैं जब तक हमारे अन्दर confidence(आत्म विश्वास) और risk(जोखिम) उठाने की हिम्मत नहीं होती तब तक हम ज़िंदगी के कई ऐसे challenges में कूदे बगैर ही हार मान लेते हैं और बिना सामना किए ही decide कर लेते है की यह काम हम नहीं कर सकते।
हमें चाहिए कि हम अपनी काबीलियत(talent) पर विश्वास करें और ज़िन्दगी में मिले अवसरों का लाभ उठाएं। किसी भी काम को किए बिना उसके लिए असंभव, नामुंकिन या मुश्किल शब्द का इस्तेमाल न करे।
भागो मत जागो
हम अक्सर दूसरे लोगो से आगे निकलने की कोशिश करते है लेकिन यह नहीं सोचते की वो कोन सी चीज है जो हमे दूसरों से अलग करती है अपने अंदर झांक कर कर देखिये। अपनी शक्तियों और क्षमताओ का पता लगाये। और फिर शांति से खुद से पूछो की क्या वजह है की आप आगे नहीं बढ़ पा रहे हो। क्या आपमे काबिलियत की कमी है? वो कोन सी रुकावट है जो आपके सपनों के बीच मे खड़ी है। उस रुकावट को को हटाये और आगे बड़े। सवाल और जवाब दोनों आपके ही पास है। बस जरूरत है शांति से बैठ कर सोचने की।
Power of your thoughts
स्वामी विवेकानंद के अनुसार आपके विचार आपको बनाते है, ये विचार positive या negative हो सकते है. ये विचार ही आपका attitude भी बनाते है. अगर आप सकरात्म्क सोचते है, तो आप विजयो की ओर बड़ रहे है और अगर आप नकारात्मक सोचते है तो असफलता की ओर बड़ रहे है। अगर आपको लगता है की आप कोई काम नहीं कर सकते तो इसकी दो संभव वजह हो सकती है. या तो आपके दिल और दिमाग ने ये अस्वीकार कर लिया है की आप वो काम नहीं कर सकते या तो आपको किसी ने यह सुझाव दिया है की आप ये कार्य करने के लायक नहीं है। दोनों ही स्थितियो मे आप ही है जो अपने रास्ते के बीच खड़े है. दोनों वजहो का उत्तर आपके पास ही है। अगर आपको लगता है की ये कार्य असंभव है, या मुश्किल है तो ये तभी तक मुश्किल या असंभव है जब तक आप ये मान के बैठे है। ये आप ही है जो ये मान ले की कुछ भी असंभव नहीं कुछ भी मुश्किल नहीं तो फिर चिजे आसान लगने लग जाती है।
यह कुछ छोटे छोटे कदम है आपके ज़िंदगी जीने के तरीके को बदल सकते है और हमारी रुकी हुई ज़िंदगी की train को फिर से speed दे सकते है। कुछ लोग ये पहले ही समझ चुके है और कुछ लोगो को 2019 मे समझने की जरूरत है।
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Good
Very nice
Very nice article for people who easily get demotivated by certain failures in life. Keep it up. ?