आखिरी पल Emotional Love story in hindi
दो दिन पहले उनकी शादी की आठवीं सालगिरह थी, लेकिन हिरेन भूल गया और ऊपर से घर भी लेट आया। फिर तो कहना ही क्या? बहुत झग़डे थे दोनों उस दिन। गुस्सा ठंडा हो जाने पर हिरेन ने अपनी पत्नी को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन मेडम तो मेडम होती है। मर्ज़ी चाहे माफ करें, न चाहे तो ना करें।
शादी के कुछ साल तक तो सब कुछ ठीक था, लेकिन धीरे धीरे प्यार की जगह कड़वाहट ने ले ली और रोमांस की झग़डे ने। अब तो एक दूसरे के प्रति सम्मान के बीच में उनका स्वाभिमान आने लगा था। एक समय था जब दोनों को लगता था कि वें एक-दूसरे के बिना जी नही पाएंगे। मगर आज वहीं दो प्रेमी एक ही छत के नीचे अजनबियों की तरह जी रहे थे।
“आखिर कोई अपनी मैरिज एनिवर्सरी कैसे भूल सकता हैं? वह मुझे अब पहले जितना प्यार नहीं करता।” सोफे पर बैठी त्रिवेणी के मन में ख्याल आया। वह अपने पति से इतनी नाराज थी कि पिछले दो दिन से उससे ठीक से बात भी नही कर रही थी।
तभी दरवाज़े की घंटी बजी, उसने जाकर दरवाज़ा खोला, सामने बारिश में भीगा हुआ हिरेन खड़ा था। हाथों में फूलों का गुलदस्ता था और चेहरे पे मुस्कान।
लेकिन त्रिवेणी अभी भी माफ़ करने के मूड में नही थी। उसने गुलदस्ते को नीचे फेंक दिया और फिर से झगड़ने लगी- “तुम्हें क्या लगता हैं, इस तरह से मुझे गुलदस्ता देने से मैं बात को भूल जाऊंगी? अगर सच में प्यार करते हो तो दिखाओ, इस तरह से झूठ-मुठ का नाटक मत करों।”
हिरेन कुछ बोलता उससे पहले घर के अंदर से मोबाइल की घंटी बजने की आवाज़ सुनाई दी। त्रिवेणी ने अंदर जा कर फोन अपने हाथ में लिया और कॉल करने वाले का नंबर देखा। उसे थोड़ा सा आश्चर्य हुआ, वह कॉल हिरेन ने ही कि थी।
लेकिन जब उसने फोन उठाया तो दूसरी तरफ किसी अनजान मर्द की आवाज़ सुनाई दी, “हैलो, मैं गुड़गाँव पुलिस स्टेशन से सब इंस्पेक्टर विजयसिंघ राठौड़ बात कर रहा हूं। क्या यह हिरेन शर्मा के घर का नंबर है?”
“जी हाँ, क्या कोई प्रॉब्लम है?”
“मुझे खेद है, लेकिन एक दुर्घटना हुई है जिसमें एक आदमी की मृत्यु हो गई हैं। हमें उसकी जेब से एक वॉलेट और एक मोबाइल फोन मिला हैं। जिसमें आपका नंबर Home के नाम से सेव किया गया है; हमें उसके शरीर की पहचान करने के लिए किसी की आवश्यकता हैं, क्या आप अभी सिविल हॉस्पिटल आ सकती हैं?”
त्रिवेणी का दिल बैठ गया! वह आचंभित थी। उसने कहा “लेकिन मेरे पति तो यहाँ घर पर हैं, मेरे साथ।”
“क्षमा करें महोदया, लेकिन यह घटना दो घंटे पहले ही हुई, जब वह रेलवे स्टेशन से बाहर निकल रहे थे।”
त्रिवेणी अपना होश खोने लगी थी। यह कैसे हो सकता हैं? उसने पहले किसी से सुना था कि कभी कभी आत्माएं इस दुनिया को छोड़ने से पहले अपने प्रियजन से मिलने आती है।
अपनी आंखों में आँसू के साथ वह भागती हुई हॉल में पहुंची। हिरेन वहां नहीं था। पुलिस वाला सही कह रहा था। अब उसे पछतावा हो रहा था। हिरेन मरने के बाद भी आख़िरी बार उसे मनाने आया था। लेकिन उसने गुस्से में आकर उसके साथ घटिया क़िस्म का बर्ताव किया ।
“कितनी झल्ली हूं मैं?” वह रोती हुई फर्श पर बैठ गई, उसने अपना मौका खो दिया था, हमेशा के लिए।
उसे पुराने दिनों की घटनाएँ याद आने लगी। वो शादी से पहले की romantic Love Story और हिरेन का थिएटर के अंदर सबके सामने शादी के लिए प्रपोज़ करना, आधी रात को उसके लिए अपने हाथों से मैगी बनाना और अपनी बेसुरी आवाज़ में अर्जित सिंह के गाने गाना। मानो सब कुछ उसकी आँखों के सामने हो रहा था।
त्रिवेणी ने अपनी आँखें बंद कर ली और भगवान से प्रार्थना करने लगी- “हे भगवान, बस एक बार मिला दो मुझे उससे, ताकि उसे बता सकूँ की मैं उससे कितना प्यार करती हूं।”
तभी अचानक बाथरूम में से आहट सुनाई दी, दरवाज़ा खुला, हिरेन बाहर आया और बोला, “स्वीटहार्ट, मैं तुम्हें बताना भूल गया कि,आज शाम को ट्रेन में आते वक़्त मेरा वॉलेट और मोबाइल चोरी हो गया हैं।”
त्रिवेणी दौड़ती हुई उसके पास गई और गले लिपट गई।
The End….
Moral of the Love story:
कभी-कभी हम एक पल के मूल्य को तब तक नहीं जान पाते जब तक कि वह गुजर नही जाता।
अक्सर हम अपने प्रियजनों के साथ ऐसा बर्ताव करते हैं, जैसा हम अनजान लोगों से भी नहीं करते। जरा सोचें, अगर आप को पता हो की आप अपने प्रियजन से आख़िरी बार मिल रहे हैं, तो क्या आप उसके साथ बुरा बर्ताव करतें?
यह तो सिर्फ एक काल्पनिक कहानी थी, परंतु जीवन आपको दूसरा मौका नहीं देगा, इसलिए उस एक मौके को अपने हाथ से फिसल ने मत दें, और चूँकि यह कोई नही जानता कि वह आख़िरी पल कब आएगा, इसलिए अपने प्रियजनों के साथ हमेशा ऐसा व्यवहार करें मानो आप उनसे आख़िरी बार मिल रहे हो। यही True Love Story का secret है।
तो दोस्तो उम्मीद करते है यह छोटी सी Love Story आपकी ज़िंदगी मे पॉज़िटिव बदलाव लाएगी। अगर आपको यह आर्टिक्ल पसंद आया हो तो अपने दोस्तो और पार्टनर के साथ जरूर शेयर करें। आप इस टॉपिक पर अपने क्या विचार रखते है हमारे साथ कमेंट बॉक्स के जरिये शेयर करे और हमारे आने वाले सभी आर्टिक्ल की सीधी जानकारी सीधे अपने मेल मे पाने के लिए हमे फ्री subscribe करें।
लेखक के बारे मे
नाम: युवराज डोडिया
परिचय: युवराज जी एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में बतौर Quality Engineer काम करते हैं। इन्हें प्रेरणादायक व नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली कहानियां पढ़ना और लिखना अच्छा लगता हैं।
Blog: hindimonk.com
यह भी पढे
क्या यही प्यार है Love VS Attraction in hindi
कैसे करे रिलेशनशिप को ओर भी मजबूत The five love languages in hindi
ब्रेकअप के बाद कैसे करें खुद को रीस्टार्ट How to move on after breakup in hindi
INTERESTING PSYCHOLOGICAL FACTS ABOUT LOVE
This is your story in my voice hope you like
https://youtu.be/rVvq9RJ-G8s
Hii, Admin
Aapki Stories Kafi achchi hoti hai aur is story ka best part jab vo bhagvan se Prarthna karti hai fir dono mil jate hai,
Aisi hi ek story mere pass bhi hai kya aap use apni site pr publish karenge,
Mai aapki site pr apna content post karna chahta hun taki vo jyada logo tak pahuche kya aap guest post accept karke dusri sites ko backlink dete hai,
Please reply me, agr aap kare to ye mere liye golden opportunity hogi
Thankyou for your valuable time
have a great day
Ji Bilkul. Aap hume apna post [email protected] par mail kar sakte he.
Zindagi haqeeqat me kisi ko dusra mauka nahi deti to apna har din aise jeeyo jaise ke aakhri ho