आपने यह तो सुना ही होगा की कुछ लोग विशेषकर बुजुर्ग लोग अपना सामान रखकर भूल जाते हैं। यही नहीं, वह लोगों के नाम, अपने घर का पता या नंबर, खाना, बैंक संबंधी काम, नित्य क्रिया, दैनिक कार्य तक भूलने लगते है। मनोविज्ञान मे इसे Alzheimer’s Disease(एलज़ाइमर डीज़ीज़) कहाँ जाता है। Alzheimer एक ऐसी दिमागी बीमारी(psychological disorder) है जिसमें मरीज की memory और decision लेने की शक्ति धीरे धीरे कमजोर होती जाती है। जैसे-जैसे age बढ़ती रहती है, वैसे-वैसे यह बीमारी भी बढ़ती रहती है। Alzheimer के शुरुआती दौर में नयी memories को दोबारा याद करना मुश्किल होता है। अलजाइमर से पीड़ित इंसान के लिए किसी नयी जानकारी या घटना को याद करना और याद रख पाना मुश्किल हो जाता है। धीरे धीरे पुरानी यादें भी मिटती रहती हैं। कुछ दूसरे symptoms (लक्षण) भी उजागर हो सकते हैं, जिनमें बातचीत के दौरान भूल जाना की बात किस मुद्दे पर हो रही है, शब्दो को विचारो मे व्यक्त करने मे दिक्कत , आसान निर्देशों का पालन करने में कठिनाई और परिचित चेहरों को पहचानने मे दिक्कत शामिल है।
याददाश्त कम होने के अलावा मरीज की सोच-समझ, समय और स्थान में असमन्वय, निर्णय लेने में कठिनाई या गलत निर्णय, सामान्य कामकाज करने में कठिनाई, प्रयास करने में क्षमता, भाषा और व्यवहार पर भी प्रभाव प़डता है। रोगी चि़डचि़डा, क्रोधित, शक्की, अचानक रोने लगना, हताश, हो जाता है। ऐसे लोग कभी कभी दवाई लेकर भूल जाते है और फिर से वही दवाई खा लेते है जिसकी वजह से इनकी मौत भी हो जाती है। अमेरिका मे cancer और heart diseases के बाद सबसे ज्यादा मोतें Alzheimer की वजह से ही होती है।
Alzheimer क्यों होती हैं
Alzheimer होने की main वजह का अभी तक ठीक से पता नहीं चला हैं और इस पर अभी भी रिसर्च चल रही हैं। कुछ मनोचिकिसको का मानना है की हमारे Brain के अंदर कुछ कोशिकाओ (Cells) की उम्र के साथ मृत्यु होने की वजह से brain में कुछ signal पहुचने में गड़बड़ी होने की वजह से अलजाइमर होता हैं। अगर किसी की family में किसी को यह बीमारी हो राखी है तो आपको इस बीमारी के होने की संभावना बढ़ जाती हैं
अगर आपके घर में किसी बुजुर्ग इंसान मे Alzheimer के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो कृपया इसे नजरअंदाज न करे। उन पर गुस्सा करने या उन्हें कोई दोष देने की बजाय उन्हे किसी doctor या psychiatrist के पास जरूर लेकर जाएँ। क्योकि time निकलने के साथ साथ यह बीमारी घातक रूप लेती रहती है और अंत मे जान भी जा सकती है। ऐसे मरीजो के आस पास दवाई न रखे। न ही इन्हे kitchen मे कोई काम करने दे।
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