ब्रेन से कैसे जुड़े है आपकी सफलता असफलता के राज brain & success

ब्रेन या कहे की मानवो का सीपीयू हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है, यही से हमारे विचारो का जन्म होता है, हम सोचते है, चीजो को याद रखते है, हमारी भावनाये (फीलिंग), नयी चीजो को सीखना या फिर कहे की जो चीजे हमे इंसान बनाती है और बाकि जानवरों से अलग बनाती है,  इन सब चीजो को दिमाग ही नियंत्रित करता है. क्या आप जानते है बच्चो में अपने दिमाग की बनावट को प्रभावित करने की बहुत ज्यादा क्षमता होती है, वे दिमाग के कार्यो को बहुत हद तक प्रभावित कर सकते है. अगर उन्हें सही जानकारी प्रदान की जाये तो वे अपने दिमाग का प्रयोग कुछ इस तरह से कर सकते है जिससे आगे चलकर उनमे आत्म विश्वास, बुद्धिमानी, साहस बढेगा और वे किसी नये कौशल (स्किल) को बहुत जल्दी और अच्छी तरह से सीख पायेंगे, इससे भविष्य में उनकी सफलता के अवसर बहुत बढ़ जायेंगे, इस पोस्ट में हम उस प्रोसेस के बारे मे जानेंगे की कैसे हमारे दिमाग का कनेक्शन हमारी सफलता से जुड़ा हुआ है.

 

ब्रेन से सीधे जुड़े है हमारी सफलता के तार brain’s direct connection with success

हमारा दिमाग 100  बिलियन दिमाग के सेल्स से बना होता है जिन्हें न्यूरॉनस कहते है, इन्हें गिनने बैठे तो हमारी पूरी जिन्दगी खत्म हो जायेगी लेकिन इनकी गिनती खत्म नहीं होगी, अपने दिमाग से प्यार करना सीखो और इसे सही से समझो क्योकि ये आपके भविष्य को तय करेगा की आपके पास कैसी स्किल्स होगी, कैसा व्यवहार होगा, कैसी मैमोरी होगी, यहाँ तक की आपके डर का भविष्य भी आपका ब्रेन ही तय करेगा जैसे की स्टेज पर बोलने का डर, पब्लिक में बोलने का डर. दोस्तों ये सब चीजे जीवन में सफलता के लिये जरूरी है, और यदि अपने दिमाग को सही से ट्रेन कर लिया तो फिर आप देखेंगे की आप जो करना चाहते है उसमे आपने कितनी अच्छी दक्षता हासिल कर ली है और आपके सफलता के अवसर भी बढ़ेंगे.

 

विचारो का सकारात्मक होना हमारे दिमाग के विकास के लिये बहुत जरूरी है positive thoughts necessary for brain development

 

हमारा दिमाग भी कंप्यूटर के सीपीयू की तरह होता है, इसमें सोचने का हिस्सा अलग, सीखने का अलग, डर महसूस करने का अलग और अलग अलग हिस्से मौजूद रहते है, जब हम सोचते है और विचार हमारे दिमाग में आते है तो हमारे दिमाग से  ब्रेन केमिकल्स (न्यूरोट्रांसमीटर) और इलेक्ट्रिकल इम्पल्स निकलते है जो की हमारे दिमाग में एक रास्ता (पाथ वे) बनाते है, जो की हमारी भावनाओ और व्यवहार को प्रभावित करते है, जैसे की जो कार्य, स्किल, भाषा के बारे में आप सीख रहे होते है, ये मेसेज इन रास्तो (पाथ वे) से होकर गुजर रहे होते है और दिमाग के संबंधित भाग में जा रहे होते है, जितनी ज्यादा से ज्यादा ये कार्य रिपीट होते रहते है, उतने ही मजबूत ये रास्ते (पाथवे) भी बनते रहते है. जितने मजबूत ये रास्ते बनते रहते है उतना ही मजबूत हमारे दिमाग का वो भाग भी बनता रहता है. जैसे की आप कोई नयी भाषा को बोलना सीख रहे है, शुरुआत में आप लडखडायेंगे, लेकिन अगर आप वो भाषा सीखते जायेंगे तो इसके मेसेज आपके दिमाग के रास्तो को ज्यादा मजबूत करते जायेंगे और आपकी उस भाषा पर पकड़ उतनी मजबूत होती जायेगी. इसी तरह बाकी कौशलो के लिये भी जितना मजबूत रास्ता अपने दिमाग में बनाया जायेगा उतना ही ज्यादा दक्षता उस कौशल में हासिल की जा सकेगी. इसलिये आपके विचारो का स्वस्थ, सकारात्मक और मजबूत होना बहुत जरूरी है.

कौन सी उम्र सही है दिमाग को ट्रेन करने की child’s can train their mind better than adults

दिमाग को बढ़िया बनाने की सबसे अच्छी उम्र बचपन है. छोटे बच्चो और युवावस्था (टीनेजर) की उम्र दिमाग को ट्रेन करने के लिये सबसे अच्छी उम्र होती है, हालाँकि व्यस्क (एडल्ट्स) भी अपने दिमाग को ट्रेन कर सकते है लेकिन उनके लिये दिमाग को ट्रेन करना बच्चो की अपेक्षा थोडा मुश्किल होता है. इसके पीछे कारण ये है की बचपन में हमारा दिमाग चीजो को बहुत अच्छी तरह से सीखता है, जैसे की यदि हमें कोई भाषा सीखनी है तो बच्चो के लिये उसे सीखना बड़ो से ज्यादा आसान है हालाँकि व्यस्क भी उसे सीख सकते है. बचपन में दिमाग की कोशिकाये (ब्रेन सेल्स) किसी चीज को सीखने के लिये अपने आपको बहुत मजबूती से और अच्छी तरह से व्यवस्थित कर लेती है. और बचपन में ही दिमाग में उस चीज के रास्ते (पाथ वे) बहुत मजबूत हो जाते है, इस प्रकार यदि बच्चो को सही तरह से शिक्षा दी जाये तो आप उन्हें भविष्य के सुपर स्टार बना सकते हो.

दिमाग आपकी सफलता और असफलता के पीछे का कारण है brain is the reason behind your success and unsuccessful life

नकारात्मक विचार आपके दिमाग के लिये अच्छा नहीं है

यदि आपके दिमाग को सही ट्रेन किया जाये और सही सुचना जानकारी आपको प्रदान की जाये तो आप उससे अपने दिमाग का एक बेस्ट वर्जन तैयार कर सकते हो और किसी भी स्किल, लैंग्वेज में दक्षता हासिल कर सकते हो, डर को काबू में कर सकते हो, बुद्धिमानी, आत्म विश्वास और साहस को विकसित कर सकते हो जो आगे चलकर आपको सफलता के मुकाम पर पहुंचायेगी. लेकिन जब आप गलत सोचते है या करते है और लंबे समय तक ऐसा ही करते रहते है, तो दिमाग में आप इन रास्तो (पाथवे) को मजबूत करते चले जाते है और दिमाग के यही रास्ते आपको वो चीज दोबारा करने के लिये मजबूत करते है जैसे की अगर आप गलत खान पान करेंगे तो आपको दोबारा इसका मन होगा और धीरे धीरे दिमाग में इसके रास्ते (पाथवे) मजबूत होते जायेंगे जिससे आपकी सेहत को नुकसान होगा जैसे शराब, धुम्रपान, फास्ट फूड की आदत. इसी प्रकार जब हम नेगेटिव सोचते है तो दिमाग में नकारात्मक रास्तो (पाथवे) को मजबूत बनाते जाते है परिणामस्वरूप डर, समझने, अलर्ट रहने और याद रखने में दिक्कत, पब्लिक में कम्युनिकेशन में कमी, नए दोस्त, रिलेशनशिप ना बना पाना, कम प्रोडक्टिव होने के कारण आपके पर्सनल विकास में कमी ये सब चीजे आपकी सफलता में बाधा बनेगी.

अब इतना तो आप समझ ही गए होंगे की लाइफ में कामयाब होने के लिये अपने ब्रेन को ट्रेन करना कितना महत्वपूर्ण है. ब्रेन को पॉजिटिव विचारो, सही इनफार्मेशन, सही लर्निंग से एक अपग्रेडीड वर्जन मे तैयार किया जा सकता है, जो अंत में चलकर आपको सफलता के मुकाम पर पहुँचायेगा, तो क्या आप तैयार है अपने दिमाग को ज्यादा बेस्ट बनाने के लिये, कमेंट्स के माध्यम से अपने विचार हमारे साथ जरूर रखे.

 

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