अर्द्धसैनिक बल क्या है और यह कैसे भारतीय सेना से अलग है

किसी भी देश में सुरक्षा का मुद्दा उस देश के लिए सबसे अहम् माना जाता है और यह सुरक्षा उस देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए बेहद आवश्यक होती है। सुरक्षा के कई अलग अलग पहलु है जिसके लिए भारत मे अलग अलग विभाग बनाये गए है जैसे BSF, CRPF, असम रायफल आदि जिन्हें अर्द्ध सैनिक बल कहा जाता है और भारतीय सेना – थल सेना, वायु सेना और नेवी. यानि कुल मिला कर देखा जाए तो भारत की सुरक्षा का जिम्मा अर्द्ध सैनिक बल और भारतीय सेना पर है. लेकिन क्या आप जानते है BSF, CRPF भारतीय सेना से किस प्रकार भिन्न है? इनमे बुनियादी फर्क है? तो आइये हम आपको बताते है paramilitary और Military एक दूसरे से कैसे  कैसे अलग है और इनके क्या काम है.

 

अर्द्धसैनिक बल क्या है – paramilitary forces in hindi

बात करे अर्द्धसैनिक बल की तो देश में कई अलग अलग अर्द्धसैनिक बल काम कर रहे है और ये सभी गृह मंत्रलय के अंतर्गत आते है।  इनका काम देश की सीमा पर होने वाली घुसपैठ को रोकना है और देश में शांति बनाये रखने की जिम्मेदारी है. इसके भी कई अलग अलग विभाग है जो इस प्रकार है.

 

असम रायफल (Assam Rifles)

इस paramilitary force की स्थापना 1835 में हुई थी.  इस अर्द्धसैनिक बल पर भारत-चीन सीमा और भारत म्यामार सीमा की जिम्मेदारी है. इसकी स्थापना  ब्रिटिश काल में चाय के बागन की सुरक्षा के लिए की गई थी.  तब इसका नाम Cachar Levy था हालांकि उसके बाद इसका नाम कई बार बदला और 1971 में इसे असम रायफल नाम दिया गया जो भारत चीन और भारत म्यामार की सीमा पर तैनात है. इस अर्द्धसैनिक बल का वाक्य है ‘पहाड़ी लोगो का मित्र है”

 

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस(Indo-Tibetan Border Police-ITBP)

इसकी स्थापना 1962 में हुई थी. इस paramilitary force पर भारत-तिब्बत सीमा की चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के रक्षा की जिम्मेदारी है. साथ ही यह बल कैलाश मानसरोवर यात्रा का संरक्षण भी करता है. इसका आदर्श वाक्य “शौर्य-दृढता-कर्मनिष्‍ठा” है.

 

सीमा सुरक्षा बल  (Border Security Force- BSF)

इसकी स्थापना 1 दिसम्बर 1965 को हुई थी. इस paramilitary force की जिम्मेदारी है की वह देश की सीमा पर होने वाले सभी अपराधो को रोके और और सीमा पर निरंतर निगरानी बनाये रखे. साथ ही सीमा की रक्षा और अन्तर्राष्ट्रीय अपराध भी इनकी जिम्मेदारी है. यह विश्व का सबसे बड़ा रक्षक बल है और इनका आदर्श वाक्य है  “जीवन पर्यन्त कर्तव्य”

 

सशस्त्र सीमा बल (Sashastra Seema Bal- SSB)

इसकी स्थपना 1993 में हुई थी और इसकी जिम्मेदारी भारत-नेपाल और भारत-भूटान की सीमा की है. इस बल में सबसे पहले महिला रक्षक दल को शामिल किया गया था. इसका आदर्श वाक्य है “सेवा, सुरक्षा और भाईचारा”

 

केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल(Central reserve police force – CRPF)

इस बल की स्थापना 1939 में की गई थी।  इस paramilitary force का काम है देश में कानून व्यवस्था को बनाये रखना और आतंकवाद और नक्सलवाद को रोकने में पुलिस की सहायता करना. यह देश का सबसे बड़ा अर्द्धसैनिक बल है।  इसका गठन मध्यप्रदेश में “क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस” के नाम से किया गया था फिर 1949 में इसका नाम बदल कर केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल किया गया.

 

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Central Industrial Security Force – CISF)

इस बल का काम देश के भीतर सरकारी और अर्द्ध सरकारी उपक्रमों को सुरक्षा प्रदान करना है।  इसकी स्थापना 19६९ में हुई थी यह देश में मेट्रो आदि को सुरक्षा प्रदान कर रहा है और साथ ही देश में आपदा की स्थिति में भी यह paramilitary force सक्रिय भूमिका निभाता है.

 

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (National Security Guard – NSG)

इस बल की स्थापना 1984 में हुई थी।  इसका काम वीआईपी की सुरक्षा के अलावा देश में बड़े ऑपरेशंस को अंजाम देना भी है और इस अर्द्धसैनिक बल को ब्लैक कैट के नाम से भी जाना जाता है इसका गठन GSG-9 (जमर्नी के सुरक्षा गार्ड) और SAS ( यूके के सुरक्षा गार्ड) को देखते हुए किया गया था इनका आदर्श वाक्य है “सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा”

 

उपरोक्त लिखे सभी सैन्य दल अर्द्ध सैनिक बल है।  आइये अब हम आपको बताते है भारतीय सेना के बारे में.

 

भारतीय सेना – Indian army

भारतीय सेना रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती है और इसके तीन अंग है – थल सेना, वायु सेना और नेवी यानि जल सेना. इनका कार्य युद्ध करना है.  शान्ति के समय भारतीय सेना पीछे रह कर खुद को युद्ध के लिए तैयार करती है. जब भी किसी दुसरे देश से युद्ध होता है तो सीमा पर खड़े अर्द्ध सैनिक बल (BSF) पीछे हो जाते है और अपनी कमान भारतीय सेना के हाथो में सौप देते है. यह तो था एक बड़ा अंतर इसके अलावा भी कई बाते है जो अर्द्ध सैनिक बल (BSF) से अलग करती है.

 

अर्द्ध सैनिक बल और सेना में अंतर  – Difference Between  Military And Paramilitary in hindi

 

  • अर्द्ध सैनिक बल गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है और सेना रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती है.

 

  • अर्द्ध सैनिक बल देश में आतंकवाद और नकसलवाद आदि पर कार्य कर देश में शांति बनाये रखते है जबकि सेना मुख्य रूप से दूसरे देश से युद्ध का कार्य करती है. और क्रोस बोर्डेर ऑपरेशन करती है.

 

  • BSF सीमा पर हर वक्त नज़र रखती है जबकि युद्ध के समय सेना मोर्चा संभालती है.

 

  • BSF के जवान सीमा पर रहते है जबकि सेना के जवान सीमा से पीछे रख कर खुद को युद्ध के लिए तैयार करते है.

 

  • भारतीय सेना के जवानों को अर्द्धसैनिक बल के जवानों से ज्यादा सुविधाए मिलती है. जैसे कैंटीन, आर्मी स्कूल आदि.

 

  • भारतीय सेना में रैक लेफ्टिनेंट, जनरल, मार्शल ब्रिगेडीअर आदि होते है जबकि BSF में पोस्ट होती है जैसे कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, एस आई, डी ए आई आदि.

 

  • भारतीय सेना में भर्ती NDA और CDS के मध्यम से होती है और BSF में भर्ती एसएससी आदि द्वारा होती है.

इन दोनों अर्द्धसैनिक बल और भारतीय सेना पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी है और हम इन दोनों का सम्मान करते है इनमे एक के बिना दूसरे की कोई पहचान नही है हालाकि दोनों के काम कुछ हद तक अलग हो सकते है लेकिन लक्ष्य केवल और केवल भारत की सुरक्षा है.

 

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One Response

  1. Shubham Prajapati 07/03/2019

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