पुलवामा हमला : MFN स्टेटस क्या है और पाकिस्तान पर क्या होगा इसका प्रभाव

What is the ‘Most Favoured Nation(MFN)’ status

कश्मीर के पुलवामा जिले मे आतंकवादियो की कायराना हरकत के बाद देश मे गुस्से का माहौल है और हर जगह इस हमले की निंदा की जा रही है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा मे सीआरपीफ के काफिले को आतंकवादियो द्वारा निशाना बनाया गया। हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्म्द नामक आतंकवादी संगठन ने ली है। इस हमले मे हमारे देश के 44 जवान एक ही दिन मे शहीद हो गये। इसका असर तुरंत ही दिखना शुरू हो गया।

देश की हर गली मे दुख और गुस्से का माहौल छा गया है और पूरे देश ने इस हमले की एक सुर मे निंदा और आलोचना की। इस हमले का असर तुरंत ही देखने को मिला और सरकार ने सीमा पार से आतंकवादियो को पालने वाले देश पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा छीनने का एलान कर दिया है, MFN का दर्जा भारत ने पाकिस्तान को 1996 मे दिया था। इसके अलावा करीब 200 देश है जिन्हे भारत से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा प्राप्त है।

 

क्या है मोस्ट फेवर्ड नेशन स्टेटस what is most favoured nation (MFN) in hindi

विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश एक दूसरे को MFN का दर्जा देते है, भारत और पाकिस्तान दोनों ही विश्व व्यापार संगठन के सदस्य है। इसमे कुछ वित्तीय छूटे दी जाती है और व्यापार मे आने वाली बाधाये और भेदभाव कम की जाती है। भारत ने पाकिस्तान को MFN का स्टेटस 1996 मे विश्व व्यापार संगठन के जनरल अग्रीमेंट ऑन टैरिफ एंड ट्रेड के तहत दिया था।

किसी देश के लिये MFN स्टेटस पाने का फायदा यह होता है की जिस देश से उसे MFN का स्टेटस मिलता है उससे व्यापार मे भेदभाव नहीं किया जाता और व्यापार मे बाकी MFN स्टेटस प्राप्त देशो के सामान व्यवहार किया जाता है यानि की दूसरे देश की तुलना मे उसे घाटा नहीं झेलना होगा, वहा उस देश के लिये निर्यात करना आसान हो जाता है, उसके लिए आयात का कोटा बड़ा दिया जाता है, उसके लिये बाकी विशेष तरजीह राष्ट्रो की तरह टैरिफ कम होता है।

 

पाकिस्तान के लिये विशेष तरजीह राष्ट्र (MFN) का स्टेटस पाने का फायदा

पाकिस्तान को MFN का स्टेटस देने का मतलब था उनके लिये आयात का कोटा बढ़ा दिया जाना, सीमा शुल्क कम होना और माल को कम शुल्क पर बेचना। साथ ही साथ भारत के बड़े बाजार तक पहुँच का फायदा भी उनको था। कस्टम ड्यूटि कम होने की वजह से उनको निर्यात की लागत कम थी। अब जब उनसे मोस्ट फेवर्ड नेशन का स्टेटस छिन लिया जायेगा तो भारत उन के उत्पादो पर सीमा शुल्क बढ़ा सकता है। यहाँ देखने वाली बात यह है की भारत से मिलने वाले MFN स्टेटस के बावजूद पाकिस्तान ने भारत को MFN का स्टेटस नहीं दिया है। उन्होने 2011 मे भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन स्टेटस देने का वायदा किया था, लेकिन बाद मे यह पूरा नहीं किया।

 

क्या होगा इसका प्रभाव – impact on Pak’s economy as India withdraws Most Favoured Nation (MFN) status

भारत पाकिस्तान से व्यापार पर कस्टम ड्यूटि बड़ा सकता है, इससे पाकिस्तान को भारत से सस्ता माल नहीं मिलेगा। आयात शुल्क बड़ने से पाकिस्तान का माल महंगा होगा, इससे भारत के विशाल बाजार मे पाकिस्तान के माल हतोत्साहित होंगे, इससे पहले से ही कमजोर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ओर कमजोर हो जायेगी। 2012 मे पाकिस्तान ने भारत के 1209 वस्तुओ के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था, भारत की केवल 10 प्रतिशत वस्तुए ही पाकिस्तान जा सकती है। लेकिन भारत पाकिस्तान की 90 प्रतिशत से भी ज्यादा वस्तुओ को अपने बाजार मे आने से नहीं रोकता।

फिर भी भारत का पाकिस्तान मे निर्यात उसके आयात से ज्यादा है। लेकिन इसके चलते भी पाकिस्तान को ज्यादा और भारत को इसका नुकसान कम है क्योकि भारत और पाकिस्तान का व्यापार काफी कम है जो अभी भारत के कुल व्यापार का 0.40 प्रतिशत ही है। जबकि पाकिस्तान की भारत के बाजार से पहुँच और आयात कोटा कम होगा। इसके अलावा भारत की तरफ ये एक ऐसा कदम होगा जिससे वे पाकिस्तान को विश्व मे अलग थलग करने मे कामयाब होंगे और विश्व मे पाकिस्तान की आतंकवादी छवि ओर मजबूत होगी।

 

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