ये है दुनियाँ के कुछ महान पागल Feel proud to be mad if you change the world

दोस्तो, अगर कोइ किसी को पागल कहता है तो उसका चिड़ना और गुस्सा स्वभाविक है. लेकिन अगर मुझे कोई पागल कहे तो इससे मुझे खुशी ओर गर्व होगा। क्या आप इस बात पर हैरान है की मै ऐसा क्यो कह रहा हू। लेकिन इस लेख को पड़ने के बाद नहीं होंगे।

अगर आप Anxiety Syndrome से ग्रसित है तो यह बताता है की आप बुद्धिमान (Intelligent) और Compassionate है। मनोविज्ञानिकों का ऐसा कहना है की चिंतित लोग विषूब्ध स्थितियो (disturbing situations) को visualize करने के योग्य होते है जो उनकी चिंता का कारण बनता है। विश्व के महान लोग जिनमे scientist Isaac Newton और Nicolas Tesla, poet Alfred Tennyson, w.b Yeats, American leader Abraham Lincoln शामिल है. विश्व कि इन महान हस्तियो ने भी इन्ही परिस्थितियो से संघर्ष किया फिर भी वे विश्व मे पर्सिद्ध (famous) हुए।

क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप घर से बाहर जाने के लिए निकलते है, अपने घर के दरवाजे पर ताला लगाते है, फिर थोड़ा बाहर निकलते है, आपके मन मे संदेह उत्पन्न होता है कि आपने ताला ठीक से लगाया है या नहीं और ये जाँचने जाते है, सबकुछ ठिक पाते है, और फिर चल जाते है, और फिर दोबारा संदेह उत्पन्न होता है और फिर दुबारा उसकी जांच करने जाते है. अगर ऐसा है तो आप obsessive compulsive disorder (ocd) से ग्रसित है.

अगर आपको थोड़ा बहुत ocd है तो यह आपकी मदद भी करता है। ऐसे लोग अपने कार्य मे बहुत मेहनती होते है। अगर किसी scientist को ocd है तो वह अपने कार्य कि दस बार जांच करता है और फिर उसे मंजूर करता है। स्पष्टत: ऐसे लोग अपने कार्य और profession मे ज्यादा कामयाब होते है. अपनी सतर्कता के कारण वे अच्छे leader साबित होते है. ऐसे ही विश्व के कुछ महान लोग हुए जिन्होने इस समस्या के बावजूद विश्व मे खूब नाम कमाया जिनमे Albert Einstein, Charles Darwin, musician Ludwig von Beethoven, Michael Jackson, बहुमुखी कलाकार Michael Angelo का नाम शामिल है।

EINSTEIN

तनाव (डिप्रेशन) जो समय समय पर हम पर आक्रमण करती है. ऐसा कई बार होता है जब आप अपने माथे पर हाथ रख कर बैठ जाते है। बुरे विचारो के बारे मे सोचते है। उनमे से कई ऐसे लोग भी होते जो जीने कि चाह छोड़ देते है। अपने आप को बेकार और विश्व का सबसे दुखी इंसान महसूस करते है। तो उत्साहित हो जाइए, ऐसा पाया गया है कि वे लोग जो ज्यादा depressive होते है वे ज्यादा creative होते है। आपको उन लोगो के बारे मे बताना चाहूँगा जो अपने सारे जीवन मे तनाव(डिप्रेशन) से झुझते रहे( जिनमे से कईओ को मनोविज्ञानिक इलाज कि भी जरूरत पड़ी) इनमे Isaac Newton, Robert Oppenheimer (father of the atom bomb) भी इससे ग्रसित थे। प्रसिद्ध लेखक Leo Tolstoy, राजनीतिक नेता Abraham Lincoln और Winston Churchill ने भी इससे संघर्ष किया

ऐसा माना गया है कि कुछ लोग अपने creative periods के उच्चतम दौर  मे तब होते है जब वे डिप्रेशन मे होते है.

यहा एक ओर mental disorder के बारे मे बताना चाहूँगा जिससे लोग काफी डरते है वह है BIPOLAR DISORDER यानी द्विध्रुवी विकार। इसे manic – depressive disorder भी कहते है. इससे ग्रसित व्यक्ति बहुत ही गंभीर मिजाज का हो जाता है। एक अनुमान के मुताबिक हर 100 मे से एक व्यक्ति इसका शिकार है. इसमे आदमी का मूड दो भागो मे दिखता है. या तो मूड अत्यधिक उच्च स्तर या निम्न स्तर का हो जाता है जिसमे व्यक्ति उलझा रहता है. उच्च स्तर रहने पर वह दुखी, निराश, चिड़चिड़ा रहने लगता है तथा आत्म्ह्त्या कि इच्छा करता है. तथा निम्न स्तर होने पर वह बहुत अधिक खुशी, आत्मविश्वास, जोश मे रहता है.

लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि ऐसे प्रमाण मिले है कि जिन लोगो मे creative talent होता है उनमे से कई लोग इससे पीड़ित होते है। ऐसा माना गया है कि creativity और bipolar disorder मे आपस मे लिंक होता है.

एक ओर भयानक बीमारी schizophrenia है जिसमे व्यक्ति मतिभ्रम (hallucination), अव्यवस्थित सोच disorganized thinking  और भ्रम (delusion) का शिकार हो जाता है।

Schizophrenia से पीड़ित व्यक्ति गणितज्ञ john Nash थे जिन्होने 1994 economics मे पर्सिद्ध नोबल पुरस्कार प्राप्त किया। उनकी biography पर एक फिल्म भी बनाई गई A Beautiful Mind

यह अच्छी तरह से ज्ञात है कि कई creative लोगो मे विचित्र व्यवहारिक विशेषताए होती है. Scientists का मानना है कि SCHIZOPHRENIA और Bipolar Disorder जैसी स्थितिया व्यक्ति को आंशिक तौर पर आनुवांशिकता के रूप मे अपने माता पिता से प्राप्त होती है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि मनोविकृति रोगी  (psychosis patients) विश्व को आम व्यक्ति कि तुलना मे अलग ढंग से देखते है। संपूर्ण इतिहास मे कई लोगो ने mental illness के होने के बावजूद समाज और मानव संस्कृति के लिए म्हत्वपूर्ण योगदान दिया है. अत: अगर आपको कोई पागल कहे तो आपको नाराज होने कि जरूरत नहीं. क्या पता आप कल के आइन्सटाइन, न्यूटन या Tolstoy हो.

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7 Comments

  1. ram 26/09/2015
  2. roy 17/05/2017
    • roushan ravi 28/06/2017
  3. gurmeet 09/09/2017
  4. Sukhpal Kakkar 13/01/2018
  5. AAshu 14/01/2018
  6. neelesh 09/01/2019

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