Loving-kindness meditation
आज के दौर मे हम मे ज़्यादातर लोग एक समस्या का सामना कर रहे है और वो है हर बात पर judgmental हो जाने की समस्या। ऐसे मे हम हर चीज को तोलने का काम करना शुरू कर देते है और इतना ज्यादा कर देते है की हर काम मे सिर्फ negativity ही दिखाई देने लगती है। खुद को या दूसरों को criticize करना एक हद तो ठीक है लेकिन जब यह हमारे व्यवहार का हिस्सा बन जाता है तो inner peace से उतनी ही दूरी बनती रहती है जो जन्म देती है doubts को। यह doubts न सिर्फ हमारे सेल्फ कॉन्फिडेंस को कम करता है बल्कि हमारे नजरिए को भी काफी प्रभावित करता है।
मन की शांति यानि inner peace जाने से शुरुआत होती है मानसिक समस्याओ की, रिश्तो मे खटास की और ज़िंदगी मे नीरसता की। ऐसे मे स्ट्रैस, डिप्रेशन और अन्य रोग हम पर हावी होने लगते है और ज़्यादातर कामो मे असफलता ही हाथ लगती है फिर चाहे वो आपके गोल्स हो, पढ़ाई हो या रिलेशनशिप। इस judgmental या criticism की ज्यादा भावना को दूर करने के लिए प्राचीन समय से ही Buddhist एक meditation technique पर ज़ोर देते आए है और वह है Loving-kindness meditation जिसके अभ्यास से आपको अपने चारो ओर केवल सकरात्मकता की दिखाई देगी।
आइये जानते है क्या है Loving-kindness meditation
जानिए लविंग काइंडनेस मेडिटेशन के बारे मे – Loving-kindness meditation in hindi
Loving-kindness meditation अपने और दूसरों के प्रति प्यार और दयालुता का दृष्टिकोण बनाने पर केंद्रित है। कई रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग इस तरह के ध्यान का अभ्यास करते हैं, उनमें डिप्रेशन होने के चांस कम होते है, सोच पॉज़िटिव रहती है और नकारात्मक भावनाएं मन मे नहीं आती जिससे दुनियाँ को देखने का नजरिया सकारात्मक रहता है ।
Loving-kindness meditation से criticism की भावना कम होती है , जो विभिन्न मानसिक विकारों से हमे बचाता है। यह एक self-psychotherapy की तरह है जो मन को शांत और भ्रम से मुक्त करने का एक तरीका है
How to do Loving-kindness meditation . . .कैसे करे लव काइंडनेस मेडिटेशन
सबसे पहले अपने आप को accept करे और अपने आप से प्यार करना सीखे। यदि प्रतिरोध का अनुभव होता है तो यह इंगित करता है कि आपमे नकारात्मक भावनाएं मौजूद हैं। हम मे से ज़्यादातर लोग अपने आप को काफी criticize करते है जिससे self confidence और positivity धीरे धीरे कम होती रहती है। ऐसे मे हम दुनियाँ को भी उसी चश्मे से देखते है जिससे चारो तरफ negativity ही दिखती है और मन परेशान होने लगता है जो हमे स्ट्रैस और डिप्रेशन की ओर दखेलता है।
इसके लिए आपको करना है –
अपने लिए कुछ समय निकालें (कुछ मिनट) और आराम से बैठें। अपनी आँखें बंद करें, अपनी मांसपेशियों को आराम दें, और कुछ गहरी साँस लें।
- आप पूरी तरह से physical और emotional wellness और आंतरिक शांति का अनुभव करने की कल्पना करें। अपने लिए प्यार महसूस करने की कल्पना करें, अपने आप को धन्यवाद दें कि, यह जानते हुए कि आप जैसे हैं वैसे ही सही हैं। आंतरिक शांति की इस भावना पर ध्यान दें, और कल्पना करें कि आप तनाव को दूर कर रहे हैं और प्यार की भावनाओं में सांस ले रहे हैं।
- अपने लिए तीन या चार सकारात्मक वाक्य दोहराएं जैसे
- मैं खुश हूँ और मुझे खुश ही रहना है
- मैं हर तरह से सुरक्षित हूँ
- मैं स्वस्थ, शांतिपूर्ण, और मजबूत हूँ
- मै हर समस्या का सामना करने मे सक्षम हूँ
- मै अपने सभी goals और targets पूरा करने मे सक्षम हूँ
- कुछ पल के लिए उस एहसास में डूब जाइए । यदि आपका ध्यान किसी और चीज़ पर जाता है, तो धीरे-धीरे उसे प्यार भरी सकारात्मक भावनाओं की ओर दुबारा ध्यान लगाएँ । इन भावनाओं को अपने आप पर छा जाने दें।
- आप चाहे तो यह शब्द किसी दूसरे इंसान के लिए भी दोहरा सकते है । किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो आपके बहुत करीब हैं – जैसे पति या पत्नी, बच्चे, माता-पिता या सबसे अच्छा दोस्त। उनके प्रति अपना आभार और प्यार महसूस करें। उस भावना के साथ रहे ।
- एक बार जब आप उस व्यक्ति के प्रति इन भावनाओं को रखते हैं, तो अपनी ज़िंदगी के अन्य महत्वपूर्ण लोगों को अपनी awareness में लाएं, एक-एक करके, और उन्हें आंतरिक शांति के साथ कल्पना करें। फिर दूसरे दोस्तों और परिवार, फिर पड़ोसियों और परिचितों, यहां तक कि दुनिया भर के लोगों की कल्पना करे । आप इनके प्रति प्यार की इन भावनाओं को बढ़ा सकते हैं और इस सकारात्मक भावना पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। आप उन लोगों को भी शामिल कर सकते हैं जिनके साथ आपका मनमुटाव रहा हो, कोई ऐसा व्यक्ति जिसके प्रति आप नाराजगी या गुस्सा महसूस करते हैं। इससे आप उसे क्षमा करके मन की मैल और नकरात्मक विचारो से आंतरिक शांति पा सकते है।
- जब आपका ध्यान पूरा हो जाए (जब भी आप निर्णय लें), अपनी आँखें खोलें और याद रखें कि आप दिन भर में उस अद्भुत भावना को फिर से प्रकट कर सकते हैं। आप ये रोजाना कर सकते है।
यकीन मानिए इन पॉज़िटिव बातों से आपमे सकरात्मक ऊर्जा का संचार होगा और किसी भी तरह की negativity आपको परेशान नहीं कर पाएगी। ऐसे होने होने न सिर्फ आप डिप्रेशन, तनाव जैसे मनोवैज्ञानिक रोगो से दूर रहेंगे बल्कि मजबूत आत्मविश्वास के साथ हर समस्या का सामना कर पाएंगे और अपने लक्ष्यो मे आने वाली रुकावटों को आसानी से दूर करके उन्हे हासिल कर पाने की क्षमता विकसित करेंगे।
तो दोस्तो उम्मीद करते है आपको हमारा यह आर्टिक्ल पसंद आया होगा। अगर आपके कोई सवाल या सुझाव है तो आप कमेंट के जरिये अपनी बात हम तक रख सकते है। साथ ही अगर आप भी हमारे आने वाले सभी आर्टिकल की notification पाना चाहते है तो हमे जरूर subscribe करें और facebook पर हमारा पेज like करें।
इन्हे भी पड़े
क्यो और कैसे करे मेडिटेशन– Meditation in Hindi For Beginners
त्राटक मेडिटेशन क्या है और कितने प्रकार के होते है, इसके क्या लाभ है
मन का भटकाव रोकने के तीन तरीके three ways to stop mind wandering in hindi
इन साइकोलोजिकल तरीको से बढ़ाएं अपनी एकाग्रता Tips to increase concentration power in hindi